Alone Shayari in Hindi

जो अकेले रहना सीख जाते है, उन्हें
फिर किसी और की जरुरत नहीं पड़ती
अकेला हूं अपने दर्द के साथ
बीतने लगा है यह लाइफ का
सफर ख्वाबों के साथ
बहुत अकेले होते हैं वो लोग,जो खुद
ही रूठ कर खुद ही मान जाते हैं

थोड़ा रहम कर ऐ जिंदगी
हम भी तेरे अपने ही हैं
अकेलेपन ने सिखाया है की दुनिया में
अपने सिवा हर एक इंसान पराया है
घिरा हुआ हूं लोगो से,
फिर भी अकेला हूँ मै
Sad Alone Shayari

हम वहां काम आएंगे, जहां
तुम्हारे अपने अकेला छोड़ जाएंगे
सुना है कोई नहीं है तुम्हारे पास मन बहलाने को
कहो तो भेज दूं अपना दिल फिर से दुखाने को
सहारे ढूढ़ने की आदत नहीं
हमारी हम अकेले पूरी महफिल
के बराबर है

अकेले ही सहना अकेले ही रहना
होता है अकेलेपन का हर एक
आँसू अकेले ही पीना होता है
एक खासियत यह भी तो है हमारी
कि हम किसी के खास नहीं
अकेला भी इस तरह पड़ गया हूं,
कि मेरा हौसला भी साथ नहीं दे रहा है
तन्हाई पर शायरी

तेरे दिल की दुनिया को रौशन कर जाऊंगा
अकेला ही आया था, अकेला ही मैं जाऊंगा
अनजान से रास्तों पर अकेली
जा रही हूं तेरी मोहब्बत में पागल
होकर दर-दर की ठोकरें खा रही हूं
अकेला छोड़ ही रही हो तो
पहले इसकी वजह तो बता दो

या तो झूठे लोगों से दूर रहो
या फिर खुद झूठे बन जाओ,तभी
इस दुनिया में खुश रह पाओगे
काश तू समझ सकती मोहब्बत
के उसूलों को, किसी की साँसों में
समाकर उसे तन्हा नहीं करते
बारिश के मौसम में गरजते हैं बादल
कोई प्यार में पागल तो कोई बरसात में पागल
Alone Shayari 2 Lines

साथ होकर भी साथ ना रहना
बात ना करना इश्क में
इससे बड़ी सजा और क्या होगी
अगर बेवफा होता तो भीड़ होती,
वफादार हूं इसलिए अकेला हूं
कोई कभी अकेला हो नहीं सकता,
जब वो अकेला होता है,तो अकेलापन
उसके साथ होता है

हजारों महफिलें हैं और लाखों मेले हैं,
पर जहाँ तुम नहीं वहाँ हम अकेले हैं
सारे दर्द मुझे ही सौंप दिए
लगता है खुदा मुझ पर
सबसे ज्यादा भरोसा करता है
होती जो अगर कोई कीमत तुम्हें पाने की
खुद को बेच देता लेकिन तुझे नहीं खोता
Alone Life Shayari

हमने तन्हाइयों से जाना है
खामोशियां शोर मचाती है
कई बार ये सोचकर दिल मेरा रो देता है
की मुझे ऐसा क्या पाना था जो मेने खुद
को भी खो दिया
इश्क मोहब्बत के सारे तराने गा देंगे
तुम्हारे लिए खुशियों के जमाने ला देंगे
जिंदगी भर याद रहेगा वह दिन
जब तुमने मुझे रोता हुआ
छोड़कर फोन काट दिया था
कब तक सताओगे प्रभु
आखिर हम भी तो तेरे ही बच्चे हैं
बहुत शौक था दुसरो को खुश रखने
का, होश तो तब आया, जब खुद को
अकेला पाया
वो इंसान दुनिया जीतने की हिम्मत
रखता है,जो इंसान अकेले चलने की
हिम्मत रखता है
जिन्हे पता है अकेलापन क्या होता है
वो दुसरो के लिए हमेशा हाज़िर रहते हैं
राख से मोहब्बत की यह खुशबू कैसी
शायद किसी आशिक का खत जलाया जा रहा है
कहने लगी है अब तो मेरी तन्हाई भी
मुझसे, मुझसे कर लो मोहब्बत मैं तो
बेवफा भी नहीं
तेरे वजूद की खुशबु बसी है साँसों में,
ये और बात है नजरों से दूर रहते हो
सच कहा था किसी ने तन्हाई में जीना
सीख लो, मोहब्बत जितनी भी सच्ची
हो साथ छोड़ ही जाती है
जिससे मोहब्बत हो उसे अगर
वक्त ना दिया जाए तो फिर कैसी मोहब्बत
अकेला हूँ पर मुस्कुराता बहुत हूँ,
ख़ुद का साथ बड़ी शिद्दत से दे रहा हूँ
आज कुछ अजनबी सा अपना वजूद
लगता है, साथ हैं सब मगर दिल क्यों
अकेला सा लगता है
हम उदास रहते हैं जिसकी यादों में
वह हंस रहे हैं आज किसी की बातों में
अकेलापन सा लगता है हर उस रस्ते
पर जिन पर तेरे साथ कभी चला था
तू उदास मत हुआ कर इन हजारों के
बीच,आख़िर चांद भी अकेला रहता हैं
सितारों के बीच
ये भी शायद ज़िंदगी की इक अदा है
दोस्तों, जिसको कोई मिल गया वो
और तन्हा हो गया
वहां से बिगड़ी है ज़िंदगी मेरी
जहाँ से साथ तुमने छोड़ा था
दर्द देना मुझे भी आता है मेरी जान
तुम तकलीफ से गुजरो हमें मंजूर नहीं
अब मोहब्बत नही रही इस जमाने में,
क्योंकि लोग अब मोहब्बत नही मज़ाक
किया करते है इस जमाने में
प्यार की नाव में दोगलेपन का छेद हो जाए
तो प्यार की नया का डूबना तय है
उसकी मोहबत पे मेरा हक़ तो
नहीं लेकिन दिल करता है के
उम्र भर उसका इंतज़ार करू
क्या लिखू अपनी ज़िन्दगी के बारे मैं
वो लोग भी बिचार गए जो ज़िन्दगी
हुआ करते थे
फाइनली समझ आ चुका है कि इस
जनरेशन में सच्चा प्यार करना फिजूल है
एक तुम्हीं थे जिसके दम पे चलती थी
साँसें मेरी, लौट आओ कि ज़िंदगी से
वफ़ा निभाई नहीं जाती
जब हर बात का मतलब निकाला जाने लगे
तब समझ लेना चाहिए कि रिश्ते मतलबी हो चुके हैं